आज आज मैं आप सब अपनी जर्नी जूनागढ़ पर गए हुए उसके बारे में पूरी लोग के बारे में बताऊंगा कि कहां से मैंने शुरुआत की तो मेरा बहुत सा बड़ा ड्रीम था कि मैं एक बार जूनागढ़ जऊं
मैं जॉब करता हु और मुझे कहीं घूमने जाना था पर पता नहीं चल रहा था कि मैं कहां घूमने जाऊं फिर मझे याद आया की जूनागढ़ से बढ़िया और जगह कौन सी हो सकती है इस लिए मैने अपनी फैमिली के साथ प्लान बनाया कि मैं जूनागढ़ गिरनार पर्वत पर ट्रैकिंग और पीसफुल जगह पर जाऊंगा । तो मैं अपने 4 भाई के साथ तैयार हुआ पर कुछ रीजन के कारण वश हम साथ नहीं जा पए क्योंकि मेरी छूटी होने वाली थी खत्म , इस लिए फिर मैने अपने फ्रैंड के साथ तैयार हुआ । जिसे एक मैसेज मै ही रिप्लाई दिया कि चल चलते है ।
शुरू करते है हमारी जर्नी
तो फिर शुरू करते है हमारी जर्नी । हम घर से 4 बजे निकल गए मेरे घर से जूनागढ़ 150 km होता है । एक्सप्रेस बस मै आधे रस्ते तक बैठे बीच मै आया इंगोलगढ़ जहां की ब्यूटी भी कम नहीं है जो एक प्राकृतिक संरक्षित विस्तार है गुजरात का । जहां की हरियाली आंखों को ठंडक देती है कुछ इस तरह जंगल था ।
आगे बढ़ते है क्योंकि हमने हिंगोलगढ़ की मुलाकात तो ली नहीं थीं । फिर हम पहुंचे जसदान जहां से हम ने बस की बदली ओर हम लोकल व्हीकल मै गए और गोंडल तक गए । मेंसोजी जडेजा के गोंडल से हम एक्सप्रेस बस मै बैठे जो डायरेक्ट जूनागढ़ जाती है । तो फिर हम तो बैठ गए रात के 2 बजे हम पहुंच गए जूनागढ़।
जहां से हम 5 km चलके आए भावनाथ तलेटी तक । अगर आप को ट्रेकिंग करनी हो या गिरनार पर पर चढ़ना हो तो भावनाथ तलेटी तक तो आना ही पड़ेगा। जहां आप रुक ने का इंतजाम का4 सकते हो । 500 से 1500 तक का एक बढ़िया होटल आपको भावनाथ तलेटी मै मिल जाएगा । आप सुबह 6 बजे उठ कर ट्रेकिंग शुरू कर सकते हो । क्योंकि उस समय बढ़िया मौसम रहता है।

ट्रेकिंग
हम 2 बजे पहुंच तो गए फिर हम ने खाना खाया और अपने समाज की बोर्डिंग पर जाके सो गए । सुबह हम उठे 7 बजे ओर 8 बजे ट्रेकिंग शुरू की । कुछ इस तरह वहां का नजारा आ रहा था । इस तरह भावनाथ तलेटी दिखती है जहां से आप जा सकते हो अंदर की तरफ।

चलो फिर शुरू करते है ट्रेकिंग
जूनागढ़ मै 10000 सीढ़ियां है जिसे चढ़ना इतना आसान काम नहीं है । लेकिन अगर कोई साथी मिल जाए तो ये काम बड़ा ही आसान हो जाता है । हमने 1000 सीढ़ियां चढ़ने के बाद थोड़ा रेस्ट किया जहां हमें कुछ पार्टनर भी मिल गए जिसके साथ साथ हम चढ़ाई करने लगेंगे।

यह नजारा आप को 1000 शीदी चढ़ने के बाद देखने को मिलेगा । बड़ा ही सुंदर नजारा है । आपको सारी थकान दूर हो जाएगी और अंदर से आनंद ही आनंद आएगा । बस बोलते रहो जय गिरनारी|| ये जो साइड मै भाई वजन उठा कर जा रहे है वो सामानों को ऊपर तक ले जाएंगे और वहां जाने के बाद सेवा करेंगे । धन्य हैं गरवी गुजरात ने ।
आगे का नजारा तो अभी बाकी हैं यह तो सिर्फ 1 % है । आगे के आर्टिकल में मिलते है फिर । अगले आर्टिकल में बाकी के सफर को कवर कर लेंगे। ये वाली फोटो आप 8000 सीढ़ी चढ़ने के बाद ले सकटे हो। अभी हम 1000 सीडी ही चढ़े है । तो

अगर आल चाहे तो मै इस सारी तस्वीरों की डाउनलोड लिंक बात दूंगा।